नयी दिल्ली, 05 जनवरी। विवाहित मुस्लिम महिलाओं के अ्रधिकारों के संरक्षण के लिए लाया गया बहुचर्चित तीन तलाक विधेयक संसद के शीतकालीन सत्र में पारित नहीं हो पाया लेकिन इस संक्षिप्त सत्र में लोकसभा ने 12 तथा राज्यसभा ने नौ विधेयकों को मंजूरी दी, गुजरात विधानसभा चुनाव के कारण शीलकालीन सत्र नवंबर के तीसरे सप्ताह की बजाय 15 दिसंबर से शुरू हुआ और दोनों सदनों की 13- 13 बैठकें हुईं और आज यह संपन्न हो गया। सरकार ने आज ही बजट सत्र 29 जनवरी से बुलाने की घोषणा कर दी जो दो चरणों में छह अप्रैल तक चलेगा।
शीतकालीन सत्र में विभिन्न मुद्दों को लेकर हंगामे के कारण लोकसभा में करीब 15 घंटे बर्बाद हुये जबकि आठ घंटे 10 मिनट अतिरिक्त समय बैठकर उसने महत्त्वपूर्ण कामकाज निपटाया। राज्यसभा में लगभग 34 घंटे हंगामे की भेंट चढ़ गये। इस संक्षिप्त सत्र में लोकसभा ने 12 विधेयक पारित किये जबकि 16 विधेयक पेश किये गये। राज्यसभा में नौ विधेयक पारित किये गये। तीन तलाक को दंडनीय बनाने संबंधी विधेयक को लोकसभा ने पारित कर दिया था और इसके बाद इसे राज्यसभा में इसे पेश किया गया लेकिन इसे प्रवर समिति के पास भेजे जाने की विपक्ष की मांग पर सत्तापक्ष के साथ गतिरोध पैदा होने से यह ऊपरी सदन में अटक गया। सरकार ने अब इसे बजट सत्र में पारित कराने की बात कही है। गुजरात चुनाव प्रचार के दौरान पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणी को लेकर दोनों सदनों में विपक्ष आक्रामक रहा। इस पर हंगामे के कारण कई बार कार्यवाही में व्यवधान पड़ा। कौशल विकास राज्य मंत्री अनंत कुमार हेगड़े की संविधान के संबंध में की गयी टिप्पणी को लेकर दोनों सदन में हंगामा हुआ। बाद में लोकसभा में उनके स्पष्टीकरण और माफी मांगने के बाद मामला शांत हुआ। विपक्ष ने पुणे हिंसा को भी दोनों सदन में जोर-शोर से उठाया। राज्यसभा में जनता दल यू के बागी नेता शरद यादव और अली अनवर की सदस्यता समाप्त किये जाने का मुद्दा भी उठा।
लोकसभा पारित महत्त्वपूर्ण विधेयकों में तीन तलाक से संबंधित मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार सुरक्षा) विधेयक, केंद्रीय सड़क निधि (संशोधन) विधेयक, वस्तु एवं सेवा कर (राज्यों को क्षतिपूर्ति) (संशोधन) विधेयक, दिवाला एवं शोधन अक्षमता संहिता (संशोधन) विधेयक, उच्च न्यायालय और उच्चतम न्यायालय वेतन और सेवा शर्त संशोधन विधेयक, दिल्ली राष्ट्रीय राजधानी राज्य क्षेत्र विधियां (विशेष उपबंध) दूसरा (संशोधन) विधेयक और अचल संपत्ति अधिग्रहण और अर्जन (संशोधन) विधेयक शामिल हैं। इसके अलावा सदन ने चालू वित्त वर्ष की दूसरी तथा तीसरी अनुदान मांगों को भी मंजूरी दी। सदन में दक्षिण के राज्यों में नवंबर के अंत और दिसंबर के आरंभ में ओखी चक्रवात से मची तबाही पर अल्पकालिक चर्चा करायी गयी।
पाकिस्तान की जेल में बंद भारतीय नागरिक कुलभूषण जाधव से मिलने गयी उनकी मां और पत्नी के साथ वहां हुए अनुचित व्यवहार पर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने दोनों सदनों में वक्तव्य दिया तथा इसकी कड़ी निंदा की गयी। राज्यसभा में इस सत्र में कुल नौ सरकारी विधेयक पारित हुए और 19 निजी विधेयक पेश किये गए। सदन में 180 प्रश्न पूछे गए। 41 घंटे कामकाज हुआ और 34 घंटे बर्बाद हुए। सदस्यों ने शून्यकाल में 51 मुद्दे उठाये गए तथा 50 विशेष उल्लेख हुए। इसके अलावा दिल्ली में प्रदूषण तथा देश की अर्थव्यस्था एवं रोजगार पर अल्पकालिक चर्चा भी हुई। राज्यसभा ने कार्यकाल पूरा कर रहे अपने तीन सदस्यों कर्ण सिंह, जनार्दन द्विवेदी और परवेज हाशमी को सत्र के आखिरी दिन भावपूर्ण विदाई दी।
